
Motivational Story in Hindi नैतिक कहानी परीक्षण
यह motivational story in Hindi हमारे जीवन में नैतिक मूल्यों के महत्व को बताती है और हमें जीवन जीने का ढंग सिखाती है। एक बार की बात है, एक बहुत बुद्धिमान और दयालु राजा था। उस राजा के राज्य में किसी भी प्रकार की कमी नहीं थी। वह अपनी प्रजा का बहुत ख्याल रखता था।

राजा ने क्या लिया निर्णय
एक दिन, राजा ने अपनी प्रजा की नैतिकता का परीक्षण करने का निश्चय किया और इसलिए उसने महल की ओर जाने वाली मुख्य सड़क के बीच में एक बड़ा शिलाखंड रख दिया। फिर क्या होगा यह देखने के लिए वह पास के एक पेड़ के पीछे छिप गया।

लोगों की प्रतिक्रिया
जैसे-जैसे दिन चढ़ा, कई लोग शिलाखंड के पास से गुजरे। उनमें से कुछ बहुत क्रोधित हो गए और जोर से शिकायत करने लगे कि राजा को इतनी बड़ी बाधा को सड़क को अवरुद्ध करने की अनुमति कभी नहीं देनी चाहिए थी।अन्य लोग बस स्वयं को होने वाली असुविधा के बारे में खुद से ही बड़बड़ाते हुए शिलाखंड के एक तरफ से होकर गुजर गए।
क्या अंततः कोई आया भलामानस
लेकिन जैसे ही सूरज ढलने लगा, एक गरीब किसान सब्जियों का भारी बोझ लेकर शिलाखंड के पास पहुंचा। उसने शिलाखंड और उसके आसपास चल रहे लोगों को देखा, लेकिन उसने शिकायत नहीं की। इसके बजाय, उसने अपना भार कम किया, और शिलाखंड को सड़क से हटाने की कोशिश करने लगा। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार वह उसे सड़क के किनारे धकेलने में सफल रहा।

जिन खोजा तिन पाइयाँ
जैसे ही उसने शिलाखंड को एक तरफ धकेला और अपने रास्ते पर आगे बढ़ा, उसने जमीन पर एक छोटी सी पोटली पड़ी हुई देखी, जहाँ शिलाखंड रखा हुआ था। जब उसने पोटली खोली, तो उसने पाया कि यह सोने के सिक्कों से भरी हुई थी। उसके साथ ही उसमें एक पत्र पडा़ हुआ था जिसमें कि लिखा था "आपके रास्ते में बाधा आपके चरित्र की परीक्षा थी। आपने परीक्षा पास कर ली है और खुद को एक महान चरित्र का और साहसी व्यक्ति साबित कर दिया है। यह पत्र मैं आपका राजा लिख रहा हूं। यह पोटली मेरी तरफ से आपको आपके साहस का और आपकी नैतिकता का पुरस्कार है।"

पोटली मिलने के बाद उस बूढ़े व्यक्ति ने इधर उधर देखा, लेकिन उसे कोई भी नज़र नहीं आया। राजा ने जब देखा कि ईनाम का सही हक़दार मिल गया है, तो वह चुपचाप वहाँ से चला गया। उस बूढ़े व्यक्ति ने राजा की दयालुता के बारे में बहुत सुना था, इस लिए वह उस पोटली को राजा की सौगात समझ कर ले गया। आखिर उसके लिए यह एक बहुत बड़ी मदद थी। उसने मन ही मन राजा का और ईश्वर का धन्यवाद किया और अपने रास्ते चला गया गया।

शिक्षा
इस motivational story in Hindi कहानी की शिक्षा यह है कि जीवन में हर बाधा हमारे चरित्र को परखने का एक अवसर है। सच्ची सफलता केवल अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में नहीं है, बल्कि सफलता के रास्ते में आई बाधाओं के कारण अपनी नैतिकता को ना छोड़ने में है।अर्थात अपने लक्ष्य को पाने के लिए हमें गलत रास्ते का चुनाव नहीं करना चाहिये।
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